K.K. Pathak Resign News : बिहार के शिक्षकों पर अब नहीं चलेगा शिकंजा, क्योंकि अपर शिक्षा सचिव के. के. पाठक ने दिया शिक्षा विभाग से इस्तीफा।
K.K. Pathak Resign News : बिहार के शिक्षक को के लिए एक बड़ी खबर है। आपको बता दे कि बिहार की शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव अधिकारी केके पाठक अब इस्तीफा दे दिए हैं। आपको बता दी की के पाठक एक तेज तर्रार अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं और के के पाठक चाहे जो भी विभाग में काम किए हो उनका प्रदर्शन बेहतर रहा है।
K.K. Pathak Resign News
आपको बता दी की के पाठक के द्वारा शिक्षा विभाग की कमान संभालने के बाद बिहार की शिक्षा विभाग में कर्मचारी को सुधारने का भी काम किया है। यही कारण है कि शिक्षा विभाग के के पाठक से निराशा भी थी और इर्षा करती थी। उनकी बदौलत बिहार शिक्षा विभाग में उल्लेखनीय सुधार हुए हैं केके पाठक का पूरा कार्यकाल काफी विवादित रहा है।
इस्तीफा देने से पहले क पाठक के द्वारा 16 जनवरी तक छुट्टी लिए जाने के लिए उन्होंने एक पत्र भी दिया था। अब के के पाठक के इस्तीफा के बाद पूरा महकमा परेशान है। उनकी छवि एक तेज तर्रार अधिकारी के रूप में है। केके पाठक ने चाहे किसी भी विभाग में काम किया हो उनका प्रदर्शन बेहतर ही रहा है।
केके पाठक और विवाद
आप सभी को बता दे कि आईएएस केके पाठक काफी सख्त अफसर है। शुरू से बिहार के शिक्षा पर उनका खड़ा निशान रहा है। यही वजह थी कि पूरा शिक्षक के के पाठक से ईर्ष्या करती थी। केके पाठक त्योहारों में छुट्टी का मसला हो या फिर शिक्षकों को रविवार को भी बुलाने का काम किया है। केके पाठक के आदेश कड़क और विवादस्पद थी।
आप सभी को बता दे की केके पाठक बिहार के शिक्षा विभाग में सुधारने की पूरी की जान से कोशिश में लगे हुए थे। उनके कार्यकाल में ही बीपीएससी की परीक्षा आयोजित की गई और रिकॉर्ड भी बना। इसके साथ ही परीक्षा को लेकर रिजल्ट जारी किया गया और जॉइनिंग भी करवाई गई। केके पाठक के कामों को तारीफ स्वयं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी किया करते थे।
बता दे की केके पाठक कार्ड का डबदबा पूरा शिक्षा विभाग पर था। शिक्षा विभाग के अफसर के के पाठक के इस्तीफा की मांग अक्सर राजनीतिक भी किया कर रहे थे। बताया जा रहा है कि उन्होंने इस पद को किसी भी दबाव में नहीं बल्कि खुद ही छोड़ दिया है उन्होंने सामान्य प्रशासन विभाग को अपनी इस्तीफा भी भेज दिया है। उन्होंने पत्र लिखकर सुरक्षा से पद छोड़ने की भी जानकारी दी है और यह स्पष्ट कर दी है कि अभी तक सरकार की तरफ से इस्तीफा की स्वीकार नहीं किया गया है।
यह खबर सोशल मीडिया पर 11 जनवरी को वायरल हुआ था। जो पूरी तरह से फेक है। अभी – भी के.के पाठक अपनी ड्यूटी पर है।